जून 28, 2018

भारत के कुछ रहस्यमय मंदिर जिनका राज आज भी राज है,  

1. सोमनाथ मंदिर- 

सोमनाथ मंदिर हिंदू धर्म के उत्थान पतन के इतिहास का प्रतीक रहा है, इस मंदिर को कई बार तोड़ा तथा पुनः निर्माण किया गया है, सोमनाथ मंदिर विश्व प्रसिद्ध पर्यटक तथा धार्मिक स्थल है यह 12 ज्योतिर्लिंग में प्रथम माना जाता है। प्राचीन काल में इसका शिवलिंग हवा में झूलता था लेकिन आक्रमणकारी मोहम्मद गजनबी ने इसे तोड़ दिया माना जाता है कि 24 शिवलिंग की स्थापना की गई थी उसमें सोमनाथ का शिवलिंग बीचोबीच था, इस मंदिर को अब तक 17 बार नष्ट किया गया है और पुनः निर्माण किया गया । भगवान श्री कृष्ण ने यहां पर देह त्याग किया था,    श्री कृष्ण भालुका तीर्थ पर विश्राम कर रहे थे तभी शिकारी ने उनके पैर के तालू में पद चिन्ह को हिरण की आंख जानकर धोखे में तीर मारा था तब ही  कृष्ण ने देहत्याग कर यहीं से वैकुंठ गमन किया था, इस स्थान पर बड़ा ही सुंदर कृष्ण मंदिर बना हुआ है।

2. करनी माता का मंदिर-

यहां एक प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है जो राजस्थान के बीकानेर जिले में स्थित है, इसमें देवी करणी माता की मूर्तियां स्थापित की गई है या बीकानेर से 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है यह मंदिर चूहों का मंदिर भी कहा जाता है इस पवित्र मंदिर में लगभग 20000 काले चूहे रहते हैं, चांदी के किवाड़ सोने के छत्र और चूहे के प्रसाद के लिए यहां रखी चांदी की बड़ी परात भी देखने लायक है, यहां चूहे पूरे मंदिर प्रांगण में मौजूद रहते हैं वह श्रद्धालुओं के शरीर पर कूद फांद करते रहते हैं लेकिन किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचाते हैं, इन चूहों की उपस्थिति की वजह से ही श्री करणी देवी का यह मंदिर चूहों वाला मंदिर  के नाम से विख्यात है यहां पर सुबह 5:00 बजे मंगल आरती और शाम 7:00 बजे आरती के समय चूहों का जुलूस तो देखने लायक होता है।


3.  ज्वाला देवी मंदिर-

 यह माता सती के 51 शक्तिपीठों में से एक है यह मंदिर हिमाचल के कांगड़ा घाटी के दक्षिण में 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित,यहां माता सती की जीभ गिरी थी। इस मंदिर मे अग्नि की अलग-अलग नौ लपटें हैं। हजारों साल पुराने मां ज्वाला देवी के मंदिर में जो 9ज्वालाएं प्रज्वलित हैं वह नौ देवियों महाकाली, महालक्ष्मी सरस्वती अन्नपूर्णा ,चंडी ,विंध्यवासिनी, हिंगलाज भवानी, अंबिका और अंजना देवी की ही स्वरुप है कहते हैं।


4. कामाख्या मंदिर-

नीलांचल पर्वत के बीचों बीच स्थित कामाख्या मंदिर गुवाहाटी से करीब 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, यह मंदिर प्रसिद्ध 108 शक्तिपीठों में से एक है माना जाता है कि पिता द्वारा किया जा रहा  यज्ञ की अग्नि में कूद कर सति के आत्मदाह करने के बाद जब महादेव उनके शव को लेकर तांडव कर रहे थे तब भगवान कृष्ण ने उनके क्रोध को शांत करने के लिए अपना सुदर्शन चक्र छोड़कर सती के शव को टुकड़े कर दिए थे, उस समय यहां सती की योनि और गर्भ आकर गिरे थे आज उस स्थान पर कामाख्या मंदिर स्थित है। इस मंदिर के चमत्कार और रहस्य के बारे में कई सारे किस्से हैं हजारों ऐसे किस्से हैं जिससे इस मंदिर के चमत्कारी और रहस्यमई होने का पता चलता है,

5. उज्जैन का काल भैरव मंदिर-

यहां की काल भैरव की मूर्ति मदिरापान करती है इसलिए यहां मंदिर में प्रसाद की जगह शराब चढ़ाई जाती है यही शराब  यहां पर प्रसाद  के रूप में भी बांटी जाती है कहा जाता है कि काल भैरवनाथ ही इस शहर के रक्षक हैं इस मंदिर के बाहर साल के 12 महीने और 24 घंटे शराब उपलब्ध रहती है।

जून 27, 2018

 दुनिया के कुछ ररहस्यमयी खजानें जहां अब तक गई बहुत सारी जानें।

दुनिया भर में ऐसे बहुत सारे खजाने हैं जो रहस्यमई तरीका से गुम हो चुके हैं और जिसका पता आज तक नहीं चल पाया है.पर समय-समय पर इनकी खोज होते रहता है, इन गुप्त खजानो में कीमती हीरे जवाहरात शामिल हैं ऐसे दुनियाभर में बहुत सारे रहस्यमई खजाने हैं जो इंसानों के नजर से अभी तक दूर हैं।

1. चार्ल्स आईलैंड का खजाना-

मिलफोर्ड ( अमेरिका )  के पास एक छोटा सा द्वीप है.  इस दीप को बहुत सालों से श्रापित माना जाता है.  मेक्सिको के सम्राट गुआजमोजिन  का धान  1721 में चोरी हो गया था और चोरी का खजाना छिपा दिया गया था. 1850 में कुछ लोग यहां खजाने की खोज में पहुंचे, खजाना तो नहीं मिला लेकिन उनकी रहस्यमई तरीके से मौत हो गई, बहुत कोशिश के बाद भी यहां पर आज तक किसी को खजाना नहीं मिल सका है

2.एल डोराडो-

यह खजाना कोलंबिया के गुआटाविटा क्षील  में दफन है. माना जाता है कि इस क्षील की सतह में सोना फैला हुआ है, एक धार्मिक मान्यता के अनुसार सैकड़ों साल पहले चिब्बा आदिवासी सूर्य की पूजा करते हुए बहुत सारा सोना क्षील में डालते थे, सालों तक ऐसा करने से झील की सतह में बड़ी मात्रा में सोना इकट्ठा हो गया, खजाने को लूटने के लिए फ्रांसिस्को पिंजरों ने भी बहुत कोशिश की लेकिन कभी उनको सफलता नहीं मिल पाई, ऐसी मान्यता है कि आज भी सोना  झील के सतह मे दफन है, 

3. काहुएंगा दर्रा- 

 इस खजाने के पीछे एक दिलचस्प कहानी है. सन 1864 में मेक्सिको के राष्ट्रपति बेनिटो ने अपने कुछ सैनिकों के साथ बेहद महत्वपूर्ण खजाने को सैन फ्रांसिस्को भेजा था, लेकिन बीच रास्ते में एक सैनिक की गंभीर हालत में मौत हो गई. इस वजह से इस घटना के बाद सैनिकों ने खजाने को एक गुप्त स्थान में मिट्टी के नीचे गाड़ दिया लेकिन गाड़ते समय खजाने पर किसी और की नजर पड़ गई, माना जाता है कि डिएगो  मोरेना नामक एक व्यक्ति ने देख लिया और सैनिकों के जाने के बाद उस खजाने को वहां से निकाल कर किसी अन्य स्थान पर पहाड़ी के ऊपर गाड़ दिया लेकिन  वह  खजाना एडिगो के हाथ भी नहीं आया क्योंकि उसी रात उसकी भी मृत्यु हो गई. 1885 में वास्को  शेफर्ड नामक एक व्यक्ति को इस खजाने का थोड़ा सा हिस्सा मिला, लेकिन स्पेन ले जाते समय समुंदर में खजाना डूब गया और तब से अब तक इस खजानें की खोज जारी है,

4.चगेज खान का खजाना- 

    चंगेज मुगल साम्राज्य का प्रसिद्ध और महान योद्धा
 था उसकी मृत्यु के बाद  एक अज्ञात मकबरे में छुपाया गया तथा बेशकीमती खजाना भी रखा गया परंतु इस खजाने की तलाश में जो भी गया वह वापस नहीं आया ऐसी मान्यता है,

   

5. इंका सभ्यता-

कहां जाता है कि इंका लोगों के पास सोना बहुत ज्यादा था, अमेरिका के बैंकों में जितना सोना है उससे कहीं ज्यादा सोना इनका लोगों के पास था. 400 साल पहले स्पेनिश लुटेरे फ्रांसिस्को पिंजरों से बचने के लिए इनका लोगों ने पास के एक ज्वालामुखी की तलहटी में सारा सोना डाल दिया खजाना की तलाश में अब तक कई लोगों ने अपनी जान गवा दी है लेकिन किसी को खजाना अभी तक नहीं मिला है,

6. अपाचे का खजाना-

सोना और चांदी के सिक्कों से भरी ट्रेन के एक डिब्बे पर धावा बोलकर अपाचे लोगों ने डिब्बे को लूट लिया, और सारा माल एरीजोना में विनचेस्टर माउंटेन में कहीं छुपा दिया गया, अपाचे लोगों की डकैती के बारे में रिपोर्ट की गई जिसमें सारी बातें दर्ज है.